उद्योग आधार से धोखाघड़ी का खेल


 


जैसा कि आप सब जानते कि बिज़नेस करने वालो के लिए आटोमेटिक लोन की व्यवस्था की गयी लेकिन उद्योग आधार का रजिस्ट्रेशन करने से पहले  नीचे बताई गयी बातो का ध्यान रखे।  

सबसे पहले उद्योग आधार के रजिस्ट्रेशन के लिए केवल  नीचे  दी गयी  साइट का लिंक का प्रयोग करे क्योकि यह भारत सरकार की वेबसाइट है और यहाँ पर दी गयी जानकारी केवल भारत सरकार द्वारा ही प्रयोग की जाती और हैक होने के सम्भावना नहीं है। गूगल पर कुछ दूसरी साइट के भी आपको उद्योग आधार को रजिस्टर्ड करने के लिंक आप देख सकते है जिन पर लिंक करके आप के द्वारा दी गयी जानकारी का दुरूपयोग और धोखाघड़ी हो सकती है इसलिए केवल भारत सरकार  की वेबसाइट पर जाकर ही रजिस्ट्रेशन करे। ऊपर दी गयी पिक्चर को ध्यान से देखे और समझे।  

ध्यान दे इसमें वेबसाइट के एड्रेस बार के आखरी हिस्से में एड्रेस में ( https://udyogaadhaar.gov.in ) .gov. in का प्रयोग किया गया है जिसमे gov  को भारत सरकार प्रतीक है और . in का प्रतीक  भारत में बनी  वेबसाइट से है। 
निचे दिये  गए लिंक पर जाकर भी आप रजिस्ट्रेशन कर सकते है। 
  

यह भी ध्यान दे।  
  
MSME  में नयी डेफिनेशन बनायीं गयी है पहले जहा मैनुफेक्चर और सर्विस इंडस्टरी को अलग किया था लेकिन अब एक ही  केटेगरी  में डाल  दिया गया है और नयी क्लासिफिक्शन इन्वेस्टमेंट और टर्नओवर के आधार पर  गया  है।  पहले सिर्फ इन्वेस्टमेंट के आधार पर किया गया  था पर अब ना सिर्फ इन्वेस्टमेंट को बड़ा दिया गया है और टर्नओवर फैक्टर भी ऐड कर दिय गया है। आये ऐसे नीचे समझते है। 

पहले  माइक्रो इंटरप्राइजेज में :  मैनुफेक्चर  की  इन्वेस्टमेंट की सीमा  25 लाख थी और सर्विस इंटरप्राइजेज के                                                    लिए  इन्वेस्टमेंट की सीमा 10  लाख थी और एक ही केटेगरी  थी 
 
अब  माइक्रो  इंटरप्राइजेज  में : 1 करोड़ तक का इन्वेस्टमेंट और 5 करोड़ तक टर्नओवर वाली कम्पनिया होगी। 

पहले  स्माल   इंटरप्राइजेज में :  मैनुफेक्चर  की  इन्वेस्टमेंट की सीमा  25 लाख से 5 करोड़ तक थी और सर्विस                                                   इंटरप्राइजेज के लिए  इन्वेस्टमेंट की सीमा 10  लाख से 2 करोड़ तक की थी।  

अब  स्माल  इंटरप्राइजेज   में : 1 करोड़ से 10 करोड़ तक का इन्वेस्टमेंट और 5 करोड़ से 50 करोड़ तक टर्नओवर                                               वाली कम्पनिया इस केटेगरी में आयेगी। 

मीडियम  इंटरप्राइजेज में :  मैनुफेक्चर  की  इन्वेस्टमेंट की सीमा  5 करोड़ से 10 करोड़ तक थी और सर्विस                                                   पहले इंटरप्राइजेज के लिए  इन्वेस्टमेंट की सीमा 2  करोड़ से 5  करोड़ तक की थी।  


अब मीडियम इंटरप्राइजेज में  :10-20  करोड़ तक इन्वेस्टमेंट और 50 - 100 करोड़ तक टर्नओवर वाली कम्पनिया                                                इस केटेगरी में आएगी।

साइट पर जाकर आधार नंबर और उद्द्मी का नाम ( अपना नाम ) लिखे और मोबाइल नंबर या ईमेल के द्वारा आपको औ टी पी भेजा जायेगा उसे भरने के बाद कई और जानकारिया आपको देनी होगी जैसे की ऊपर बताया गया है आपके इन्वेस्टमेंट और टर्नओवर की डिटेल के साथ कंपनी का पैन कार्ड और अन्य जानकारिया भरने के बाद आखिर में रजिस्ट्रेशन हो जायेगा।  




अन्य समस्या होने पर आप हम से संपर्क कर सहायता ले सकते है। 




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