लोन क़िस्त का कैसे होगा भुगतान बेरोजगार होने पर ?


क्या कभी आपने सोचा कि यदि आपके द्वारा लिया गया पर्सनल लोन या होम लोन की इन्स्टालमेन्ट को भर पाने में अचनाक आप  असमर्थ हो जाते है तो क्या किया जा सकता है ? बेरोजगारी या बीमारी से सबंधित वजह से या मृत्यु हो जानने के कारण या अचानक कोई  विकट परिस्थितया उत्पन्न हो जाती है और यदि बैंक या फाइनेंसियल इंस्टीटूशन से लिया गया लोन की अदायगी समय पर ना हो तो किन परेशानियों से सामना करना पड़ सकता ? क्या इसका कोई समाधान है और आप अगर उसे ढूंढ रहे है तो यह लेख आपके लिये है। 



समाधान 

हालिका जब किसी सरकारी और गैर -सरकारी बैंक या फाइनेंसियल इंस्टीटूशन से होम लोन लिया जाता है तो ऊपर दिए गए परेशानियों को देखते हुए आपको इंशोरेंस / बीमा के बारे में सलाह दी जाती है, लेकिन स्वैछिक होने की वजह से अधिकतर उपभोक्ता इसे लेने से इंकार कर देते है जबकि एक लम्बी अवधि के होम लोन के लिए इस तरह की परेशानी कभी भी आ सकती है। यदि इसकी पर्सनल लोन से तुलना की जाये तो पर्सनल लोन 1 - 5 साल के लिए दिया जाता है लेकिंग ऊपर बताई गयी परेशानी इस दौरान कभी भी आ सकती है और इसे ही पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंशोरेंस कहा जाता है।  

पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंशोरेंस 

पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंशोरेंस आपको दुर्भाग्यपूर्ण परिस्तिथियों जैसे बेरोजगारी , बीमारी या मृत्यु हो जाने की वजह से पर्सनल लोन की जिम्मेवारी आपके आश्रित या परिवार पर नहीं आने देता वही यह एक अच्छा विकल्प और समाधान के रूप में जाना जाता है।  

अप्लाई करने से पहले देना होगा कुछ बातो पर ध्यान 

  • अत्तिरिक्त खर्च : पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंशोरेंस के प्रीमियम को एक उपभोक्ता अतरिक्त खर्च के रूप में देखता है और इसलिए आगे बढ़ने से पहले अधिक सोच विचार करता है  हालिका अपने वित्तीय मासिक बजट को ध्यांन में रख कर आप इसे अपने पर्सनल लोन की ई ऍम आई के साथ प्रीमियम को एक समान किस्तों में जोड़कर या अपफ्रंट एक साथ भी भुगतान भी कर सकते है। 

  • अत्तिरक्त इंटरेस्ट :अगर आप लोन की इन्स्टालमेन्ट के साथ प्रीमियम को एक सामान किस्तों में जोड़कर देने के बारे में सोच रहे है तो प्रीमियम अमाउंट पर भी इंटेरेस्ट चार्ज किया जा सकता है। 

  • पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंशोरेंस ब्रेकअप : यदि आप लोन की इंस्टालमेंट के साथ इंशोरेंस प्रीमियम का भुगतानं ई ऍम आई के साथ दे रहे है तो  ऊपर बताई गई किसी भी वजह से ई ऍम आई के बाउंस हो जाने पर पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंशोरेंस ब्रेकअप हो सकता है इसलिए अप्लाई करने से पहले आप सम्बंधित बैंक या फाइनेंसियल इंस्टीटूशन से इस पर क्लैरिफिकेशन जरूर ले ताकि भविष्य में परेशानी ना हो। 

  • अप्लाई करने से पहले तुलना करे दूसरी इंशोरेंस कंपनी से : पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंशोरेंस कई कंपनी और बैंक ऑफर करती है इसलिए आगे बढ़ने से पहले दूसरी इंशोरेंस कंपनी से प्रीमियम की तुलना करने के साथ-साथ वह क्या कवर कर रही है यह भी देखना जरूरी है।  जैसे कई कंपनी या बैंक बेरोजगारी हो जाने की समस्या को कवर नहीं करती इसलिए इस पर ध्यान देना जरूरी है। 

  • लोन प्री क्लोज़र : कई उपभोक्ता लोन की अवधि समाप्त होने से पहले ही लोन का पूर्ण भुगतान कर देती है जिससे लोन समाप्त हो जाता है और ऐसी स्थिति में इंसोरेंस प्रीमियम कुछ हिस्सा वापिस किया जायेगा या वह शून्य होगा इस बारे में भी जानकरी लेना आवश्यक है। 


हमारी राय 


हालिका पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंशोरेंस लेना अच्छा रहता है जिससे आपने वाली समस्या का आपके पास समाधान रहता है लेकिन आगे बढ़ने से पहले सभी ऊपर बताये गए पहलू पर ध्यान देना आवश्यक है।     


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धन्यवाद। 


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