क्या ढूंढ रही है आप ?

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क्या ढूंढ रही है आप ?

रात का समय था एक बुजुर्ग महिला सड़क किनारे कुछ ढूंढ रही थी! एक लड़का वहा से गुजरा तो उसने पुछा, "माता जी ! आप यहाँ क्या ढूंढ रही है ?"

महिला ने उत्तर दिया,"बेटा मेरा पांच सो का एक नोट गिर गया है, उसे ढूंढ रही हूँ " लड़के ने कहा आप बैठे में ढूंढ देता हूँ " वह लड़का नोट ढूंढ ही रहा था तो वह एक और राहगीर आ गया ! उसे पता लगा तो वह भी 500  का नोट ढूंढ़ने में लग गया ! कुछ समय बाद ही कुछ  और लोग भी वह पहुचे और नोट ढूंढ़ने में शामिल हो गये !
जब काफी ढूंढ़ने पर कुछ नहीं मिला तो एक लड़के ने पुछा "माँ वो नोट कहा गिरा था " उत्तर मिला "बेटा! आज शाम सामने से गुजर रही थी, तभी नोट उस तरफ कही गिरा था!"

सभी ने उस तरफ देखा जिधर वह महिला इशारा कर रही थी ! वहा दूर एक बगीचा था जहा घना अँधेरा था लड़के ने पुछा, " जब नोट वह गिरा था, तो तुम यहाँ क्या ढूंढ रही हो?"

वृद्धा ने जवाब दिया," बेटा ! उधर बहुत अँधेरा था और यहाँ बहुत रौशनी है इसलिए में उस नोट को यहाँ ढूंढ रही हूँ  हम लोगो की  हालत भी कुछ ऐसी ही है ! हमारी भागमभाग की  जिंदगी से भी सुख-चैन जैसे खो ही गया है! दुनिया  में जितने भी लोग है, वे सभी ज्ञानवान कहलाना चाहते है ! वे सभी सुख चाहते है ! सुख के लियें हम क्या कुछ नहीं करते ? बचपन में हम जमकर पढ़ाई करते है, ताकि बड़े होकर अच्छे पद पर पहुचे ! खूब संपन्न और सुखी जीवन व्यतीत कर सके ! हमारे माता-पिता दिन रात मेहनत करते है ताकि हम विद्वान् बन सके ! सुख की खोज में हम जीवन में बहुत करते है ! कई काम-धंधो और तरीको से धन संजोते है फिर भी हम स्थाई सुख हासिल नहीं कर पाते  आखिर क्यों ?

जिससे भी बात करे, वह किसी न किसी कारण  दुखी है ! घनी भी, गरीब भी ! पढ़ा-लिखा भी, अनपढ़ भी, आदमी भी औरत भी ! गांव में रहने वाला भी, और शहर में रहने वाला भी !

 हम सब स्थाई सुख से दूर है ! सुख मिलता भी तो क्षणिक है ! तो क्या हममे और उस बुजुर्ग महिला में कोई अंतर नहीं है ? सोचिए, हमें  सोना चाहिए तो क्या वो हमें लोहार के पास जाने  से मिलेगा ? सोना लेने  के लिए तो सुनार के पास ही जाना पड़ेगा!

कोई दांत के दर्द से परेशान है तो उसे दांतो के डॉक्टर के पास ही जाना पड़ेगा इसी प्रकार सुख कि खोज में हमें उसी सुखी के पास जाना होगा जिसके पास स्थाई सुख होगा ! प्रशन यह है कि स्थाई सुख है किसके पास ? स्थाई सुख तो भगवान ही है ! अगर हम भगवान को और देखे तो हमे स्थाई सुख पाने का मार्ग भी मिल जायेगा!

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